चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले में भालुओं का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन जंगली भालू के हमले की खबरें चमोली से सामने आ रही हैं। हाल ही में चमोली जिले के नाराणबगड़ विकासखंड में स्थित हरमनी गांव के दो युवकों के ऊपर भालू ने जानयलेवा हमला कर दिया, इसके बाद से गांव में आतंक मचा हुआ है। भालू ने उन लोगों के ऊपर तब हमला किया जब युवक अपने घर से बाजार में दुकान खोलने जा रहे थे। भालू के हमले में दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। आनन-फानन में ग्रामीणों द्वारा दोनों घायलों को पास ही के अस्पताल में भर्ती कराया गया। दोनों युवकों की हालत गंभीर होने के बाद चिकित्सकों ने उनका प्राथमिक उपचार कर उनको हायर सेंटर रेफर कर दिया है। दोनों युवकों ने भारी संघर्ष के बाद जंगली भालू के चंगुल से अपने आप को छुड़ाया। भालू के हमले में उनके चेहरे, गले और पैरों पर नाखून के गहरे निशान बन गए हैं।
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चलिए अब आपको पूरी घटना से अवगत कराते हैं। हरमनी गांव के दो युवक विक्रमजीत और दिनेश बाजार में स्थित अपनी दुकान खोलने अपने घर से निकले। तभी रास्ते में अचानक के जंगली भालू ने दिनेश के ऊपर जानलेवा हमला कर दिया। अपने दोस्त को बचाने के लिए विक्रमजीत को कुछ नहीं सूझा तो उसने पास ही में पड़ा पत्थर भालू पर फेंका। उसके बाद भालू ने उस पर भी हमला कर दिया और दोनों युवकों ने किसी तरह अपनी जान बचाई। भालू के हमले से उनके चेहरे, गले और पैरों पर नाखून के गहरे निशान बन गए हैं। विक्रमजीत ने बताया जब भालू भाग गया तो उन्होंने अपने भाई महिपाल को फोन कर इस पूरे हादसे की जानकारी दी, जिसके बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और दोनों को 108 की मदद से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नारायण बगड़ पहुंचाया गया, जहां पर दोनों युवकों का प्राथमिक उपचार किया गया।
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पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ नवीन चंद्र जी का कहना है कि दोनों युवकों की हालत गंभीर है और उनको काफी गहरी चोटें आई हैं, जिसके बाद उनको प्राथमिक उपचार देकर हायर सेंटर रेफर कर दिया है। बता दें कि घायल बिक्रमजीत और दिनेश बाजार में ग्राहक सेवा केंद्र चलाते हैं। वही चमोली जिले में दशोली ब्लॉक के फस्वार्णफाट क्षेत्र में भी भालू के आतंक से ग्रामीण बेहद डरे हुए हैं। भालू लगातार मवेशियों को अपना निवाला बना रहे हैं। बीते शनिवार की रात को वन विभाग की टीम सरतोली गांव में गश्त कर रही थी। वहीं से तकरीबन 2 किलोमीटर दूर मैड़-ठेली गांव में भालू ने गौशाला तोड़ कर दो मवेशियों को अपना निवाला बना दिया। बता दें कि सरतोली गांव और मैड़-ठेली में अब पिंजरा लगा दिया गया है। यह चिंता का विषय है कि दशोली ब्लाक के सभी गांव में पिछले 1 महीने में भालू ने तकरीबन एक दर्जन मवेशियों को अपना निवाला बना दिया है। बीते शनिवार को हुए हादसे के बाद से ही ग्रामीण वन विभाग को जंगली भालुओं के आतंक से निजात दिलाने की गुहार लगा रहे हैं।