पौड़ी गढ़वाल: उत्तराखंड में 2022 के विधानसभा चुनाव का असर देखने को मिल रहा है। बात करें कांग्रेस पार्टी की तो जहां एक ओर कांग्रेस पार्टी अपने आप को सशक्त और मजबूत बनाने की कोशिश में लगी हुई है तो वहीं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच की दरार दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। यह कांग्रेस पार्टी के लिए आगामी चुनावों में मुसीबत बन सकता है। अपने ही कार्यकर्ताओं के बीच में सामंजस्य ना बैठा पाना कांग्रेस पार्टी को काफी भारी पड़ सकता है। हाल ही में कांग्रेस के अंदर बड़ा फेरबदल हुआ। इसके बाद से ही कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी में हुए फेरबदल से काफी नाराज दिखाई दे रहे हैं। मामला पौड़ी जिले का है। पौड़ी जिले में कांग्रेस के नवनियुक्त महिला जिला अध्यक्ष कृष्णा बहुगुणा को जान से मारने की धमकी मिली है और यह धमकी और किसी ने नहीं बल्कि कांग्रेस के ही पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनको दी है। उन्होंने कृष्णा बहुगुणा को कहा है कि लैंसडाउन आने पर उनको बुरा अंजाम भुगतना पड़ेगा। आगे पढ़िए
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आपको बता दें कि हाल ही में कांग्रेस ने पौड़ी जिला कार्यकारिणी में बड़ा बदलाव किया और रंजना रावत को महिला जिला अध्यक्ष के पद से हटाकर उनकी जगह यह पद कृष्णा बहुगुणा को दे दिया गया था। मगर लग रहा है कि रंजना रावत के समर्थकों को यह बात पसंद नहीं है क्योंकि इस पूरे फेरबदल के बाद से कृष्णा बहुगुणा को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। रंजना रावत के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर इस फैसले के खिलाफ बगावत कर दी है और कृष्णा बहुगुणा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यहां तक कि उनको फोन पर जान से मारने की धमकियां भी मिल रही हैं। उनको कहा जा रहा है कि लैंसडाउन आने पर उनको इस बात का अंजाम भुगतना पड़ेगा। इस पूरे मामले में कृष्णा बहुगुणा का कहना है कि पिछले दो-तीन दिनों से उनका पुरजोर विरोध किया जा रहा है और सोशल मीडिया पर उनको काफी भला-बुरा भी कहा जा रहा है। कोटद्वार में उनके खिलाफ गुटबाजी भी की जा रही है और वे इससे तंग आ चुकी हैं। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के ही कुछ लोग उनको फोन पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। मगर वे उनसे कदापि नहीं डरती हैं। उन्होंने कहा कि लैंसडाउन से भी उनको धमकी भरे फोन आ रहे हैं।
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फोन पर उनको कहा गया कि लैंसडाउन आने पर उनको अंजाम भुगतना पड़ सकता है। इस बात पर उन्होंने कहा कि वे किसी से नहीं डरती और वे लैंसडाउन विधानसभा जाएंगी और देखेंगी कि कोई उनको कैसे मारता है। उन्होंने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव में वो डॉक्टर हरक सिंह रावत की पिस्टल से नहीं भी नहीं डरीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने काफी विचार-विमर्श कर पौड़ी जिले में यह फेरबदली की है और उनको महिला जिला अध्यक्ष का पद सौंपा गया है। ऐसे में यह फेरबदल सभी को स्वीकार करनी चाहिए। इस पूरे मामले में पूर्व महिला जिला अध्यक्ष पौड़ी रंजना रावत ने सभी कांग्रेस कार्यकर्ता एवं उनके समर्थकों से निवेदन किया है कि बगावत करने की कोई जरूरत नहीं है और उन्होंने सभी को कृष्णा बहुगुणा के ऊपर विश्वास जताने की भी अपील की है। रंजना रावत का कहना है कि नवनियुक्त महिला जिला अध्यक्ष कृष्णा बहुगुणा के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी और अधिक सशक्त होगी और पौड़ी जिले में कांग्रेस जन-समस्याओं पर भी पूरा फोकस रखेगी और अच्छा कार्य करेगी।