उत्तराखंड पौड़ी गढ़वालPauri Garhwal Veena Malli Ramleela

वाह उत्तराखंड: इस गांव में हुई अद्भुत रामलीला..राम से लेकर रावण तक के रोल में सिर्फ बेटियां

शहरों में होने वाली रामलीला में महिलाएं स्त्री पात्रों के किरदार निभाती दिख जाती हैं, लेकिन पहाड़ के छोटे से गांव में इसकी कल्पना कर पाना भी मुश्किल है।

Pauri Garhwal Ramlila: Pauri Garhwal Veena Malli Ramleela
Image: Pauri Garhwal Veena Malli Ramleela (Source: Social Media)

पौड़ी गढ़वाल: अब बेटियां बोझ नहीं रहीं। वो अपनी काबिलियत से लोगों की सोच को बदलने में जुटी हैं। जमीन से लेकर अंतरिक्ष तक सफलता की नई कहानियां लिख रही हैं। उत्तराखंड के पौड़ी में स्थित वीणा मल्ली गांव भी हाल ही में ऐसे ही सुखद बदलाव का गवाह बना। सोमवार को गांव में रामलीला कार्यक्रम का समापन हुआ। अब आप कहेंगे की रामलीला के आयोजन में क्या बड़ी बात है, तो जनाब बड़ी बात ये है कि इस रामलीला में राम से लेकर रावण तक के हर पात्र की भूमिका में गांव की बहू-बेटियां थीं। शहरों में होने वाली रामलीला में महिलाएं स्त्री पात्रों के किरदार निभाती दिख जाती हैं, लेकिन पहाड़ के छोटे से गांव में इसकी कल्पना कर पाना भी मुश्किल है। पहाड़ में होने वाली रामलीला में आमतौर पर महिलाओं की भूमिका दर्शक बनने तक ही सीमित रहती है।

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इस मामले में वीणा मल्ली में हुई रामलीला कई मायनों में खास रही। वीणा मल्ली गांव पौड़ी गढ़वाल के पोखड़ा विकासखंड के अंतर्गत आता है। बीते 9 फरवरी को यहां श्रवण कुमार लीला और कैलाश लीला के मंचन के साथ रामलीला की शुरुआत हुई। 7 दिन तक चली रामलीला का समापन सोमवार को हुआ। खास बात ये रही की रामलीला में सभी किरदारों की भूमिका महिलाओं ने ही निभाई। रामलीला में महिला पात्रों के अभिनय को लेकर क्षेत्र के लोगों में भी उत्सुकता बनी हुई थी। रामलीला में महिला पात्रों का जोरदार अभिनय देखने के लिए क्षेत्रीय निवासी बड़ी संख्या में पहुंचे। सोमवार को राजतिलक समारोह का मंचन किया गया।इस दौरान गांव के लोगों ने भगवान राम, लक्ष्मण और सीता का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।

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राम आरती के गायन के दौरान क्षेत्र का माहौल राममय हो गया। ग्रामीणों से मिले आदर-सम्मान से रामलीला के सभी पात्र अभिभूत नजर आए। महिला कलाकारों ने बताया कि रामलीला में अभिनय कर के उनका आत्मविश्वास मजबूत हुआ है। लक्ष्मण का पात्र निभाने वाली आंचल ने कहा कि वो सालों से रामलीला का मंचन देखती आ रही हैं। वो भी इसका हिस्सा बनना चाहती थीं। पहली बार रामलीला में अभिनय का अवसर पाकर वो बेहद खुश हैं। आंचल एमए योग की छात्रा हैं। राम के पात्र को रश्मि बिष्ट ने जीवंत किया। उन्होंने बताया कि रामलीला में अभिनय के माध्यम से उन्हें पुरुषोत्तम राम के चरित्र को करीब से जानने का मौका मिला। रामलीला में सीता के पात्र में संध्या और रावण के पात्र में कांति देवी ने अपने अभिनय की छाप छोड़ी। ग्रामीण अंचल में पहली बार महिला पात्रों से सजी रामलीला का मंचन किया गया। जिसे स्थानीय लोगों ने खूब सराहा।