देहरादून: करियर की चिंता, पढ़ाई का बढ़ता बोझ और रिश्तों की उलझन युवाओं को जान देने पर मजबूर कर रही है। डिप्रेशन से जूझ रहे युवा अपनी परेशानी किसी के साथ शेयर करने की बजाय खुदकुशी को हर समस्या का हल मान लेते हैं। देहरादून के रहने वाले अमन चमोली को भी यही लगता था। बुधवार रात अमन ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। अमन का परिवार केदारपुरम स्थित एमडीडीए कॉलोनी में रहता है। वो 12वीं का छात्र था। मृतक के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने अपनी मर्जी से जान देने की बात लिखी है। अमन की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मां मीनाक्षी देवी ने बताया कि बीती शाम वो किसी काम से बाजार गई हुई थीं। घर पर अमन अकेला था। जब वो बाजार से लौटकर आईं तो अमन के कमरे का दरवाजा बंद था।
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कई बार आवाज देने पर भी अमन ने कोई जवाब नहीं दिया। अनहोनी की आशंका होने पर परिजन दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए तो अमन कमरे में फंदे से लटक रहा था। परिजन उसे नीचे उतार कर तुरंत अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। दूसरी तरफ डालनवाला क्षेत्र में भी एक व्यक्ति ने खुदकुशी कर ली। व्यक्ति का शव जंगल के बीच पेड़ पर लटका मिला। मृतक की पहचान परवीन के रूप में हुई। परवीन के परिजनों ने बुधवार रात पुलिस को उसकी गुमशुदगी की सूचना दी थी। गुरुवार को न्यू कैंट रोड के पास उसका शव पेड़ पर बने फंदे से लटकता मिला। मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों का कहना है कि परवीन बेरोजगार था, जिस वजह से वो डिप्रेशन से जूझ रहा था। पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है।