उत्तराखंड ऋषिकेशLiquor shops will close in Haridwar Rishikesh

उत्तराखंड: CM ने संतों को दिया भरोसा..हरिद्वार-ऋषिकेश में बंद होंगी शराब की ये दुकानें

संत समाज की मांग पर मुख्यमंत्री ने पूरे कुंभ क्षेत्र को मांस-मदिरा मुक्त बनाने की घोषणा की है। अगर कोई इन नियमों का उल्लंघन करते दिखा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Haridwar liquor contract closed: Liquor shops will close in Haridwar Rishikesh
Image: Liquor shops will close in Haridwar Rishikesh (Source: Social Media)

ऋषिकेश: हरिद्वार महाकुंभ के आयोजन के दौरान क्षेत्र में शराब की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। मांस की बिक्री भी नहीं होगी। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कुंभ क्षेत्र को मांस-मदिरा से मुक्त करने की घोषणा की। शुक्रवार को हरिद्वार में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक हुई। जिसमें मुख्यमंत्री ने कई बड़े ऐलान किए। संत समाज की मांग पर उन्होंने पूरे कुंभ क्षेत्र को मांस-मदिरा मुक्त करने की घोषणा की। कुंभ क्षेत्र में अगर किसी ने इन नियमों का उल्लंघन किया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि कुंभ क्षेत्र में रानीपुर झाल, ज्वालापुर, कनखल जगजीतपुर, रायवाला और मुनिकीरेती क्षेत्र आता है। इसका मतलब ये है कि न सिर्फ हरिद्वार में बल्कि ऋषिकेश में भी शराब की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड पर सरकार पुनर्विचार करेगी। साथ ही बोर्ड में शामिल 51 मंदिरों को मुक्त किया जाएगा।

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भूपतवाला स्थित अखंड परम धाम आश्रम में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्ग दर्शक मंडल की बैठक में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड पर सरकार गंभीरता से पुनर्विचार करेगी। जल्दी ही चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों की बैठक भी बुलाई जाएगी। संत समाज के पथ-प्रदर्शक होते हैं। उन्हें कभी निराश नहीं किया जाएगा। बैठक में संतों ने अपनी कई समस्याएं भी सीएम के सामने रखीं। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला पुलिस बॉर्डर पर भक्तों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं कर रही। जिनके पास कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट नहीं है, उन्हें वापस लौटाया जा रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई श्रद्धालु आरटीपीसीआर जांच की नेगेटिव रिपोर्ट लेकर आता है, और उसका रजिस्ट्रेशन नहीं है तो भी उन्हें रोका-टोका नहीं जाएगा। अगर कोई बिना जांच के आता है तो सीमा पर उनकी जांच के इंतजाम भी किए गए हैं। जहां श्रद्धालु जांच कराकर हरिद्वार महाकुंभ में स्नान के लिए आ सकते हैं।