देहरादून: मानसून के साथ आई मुश्किलों से राहत नहीं मिल रही। पर्वतीय इलाकों में बारिश का दौर जारी है। इसके चौतरफा साइड इफेक्ट नजर आ रहे हैं। पहाड़ में भूस्खलन की वजह से सड़कें बंद हैं, तो वहीं मैदानी जिले जलभराव से जूझ रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल बारिश से राहत नहीं मिलेगी। बुधवार से शनिवार तक प्रदेश के कई जिलों में भारी और मध्यम बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून समेत कई जिलों में सुबह से बारिश हो रही है। कई जगह से भूस्खलन और हादसों की खबरें भी आई हैं। कुमाऊं के पिथौरागढ़ में भूस्खलन से मुनस्यारी के तल्ला जोहार क्षेत्र में सड़क बंद हो गई है। नैनीताल में ठंडी सड़क पर भूस्खलन से पैदल आवाजाही ठप है। गंगोत्री और बदरीनाथ हाईवे भी लगातार बाधित हो रहे हैं।
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चमोली में बादल फटने की खबर है। यहां नारायणबगड़ में पहाड़ी में हुए भूस्खलन के साथ बादल फटने की घटना हुई। जिससे एक मकान और गौशाला पूरी तरह ध्वस्त हो गए। भूस्खलन के बाद पहाड़ से आया मलबा मकान और दुकानों में घुस गया। लोगों ने मौके से भागकर जान बचाई। देहरादून के डालनवाला में भी लगातार जारी बारिश के चलते दो मंजिला मकान ढह गया। यहां रिस्पना और बिंदाल समेत तमाम नदियों में जलस्तर बढ़ा हुआ है, जिससे लोग दहशत में हैं। भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है। फिलहाल बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे। मौसम विभाग ने आज बुधवार से शनिवार तक के लिए बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आप भी सतर्क रहें, सावधान रहें। खासकर पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा करते वक्त पूरी सावधानी बरतें।