उत्तराखंड रुद्रप्रयागRecord pilgrims in Kedarnath dham

केदारनाथ धाम में उमड़ा भक्तों का रिकॉर्ड सैलाब, पाबंदी हटते ही खचाखच भीड़

ई-पास की बाध्यता को समाप्त करने के बाद एक बार फिर से चारधाम के दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में यात्री पहुंचने लगे हैं। इससे केदारघाटी के बाजारों में रौनक लौट आई है।

Kedarnath Dham: Record pilgrims in Kedarnath dham
Image: Record pilgrims in Kedarnath dham (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: पाबंदियों में ढील मिलते ही चारधाम यात्रा की रौनक लौट आई है। बाबा केदार के धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। बड़ी संख्या में यात्री केदारनाथ में बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। 9 अक्टूबर तक 23 हजार श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके थे। शनिवार और रविवार को केदारनाथ धाम में भारी भीड़ रही। श्रद्धालुओं की संख्या ई-पास की अनिवार्यता खत्म होने के बाद बढ़ी है। तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ने से व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। ई-पास की बाध्यता को समाप्त करने के बाद एक बार फिर से चारधाम यात्रा के दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में यात्री पहुंचने लगे हैं। जिससे केदारघाटी के बाजारों में रौनक लौट आई है। हर दिन हजारों की तादाद में श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। सोनप्रयाग से पैदल यात्रा के साथ ही हेलीकॉप्टर से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है। बता दें कि चारधाम के लिए सीमित संख्या की बाध्यता हटा दी गई है।

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कोरोना के गिरते ग्राफ को देखते हुए नैनीताल हाईकोर्ट ने मंगलवार को चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं की संख्या पर जारी की गई पाबंदी को हटा लिया था, जिसके बाद यहां आने वाले लोगों की संख्या कुछ दिनों में ही बढ़कर दोगुनी से ज्यादा हो चुकी है। लोगों की भीड़ बढ़ने के बाद अब भक्तों को लाइन में लगाकर बाबा केदार के दर्शन कराये जा रहे हैं। कोरोना संबंधी गाइडलाइन का भी सख्ती से पालन किया जा रहा है। श्रद्धालु हेली सेवा और पैदल मार्ग के जरिये बाबा केदार की यात्रा कर रहे हैं। मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लग रही है और बाबा के दर्शनों के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। श्रद्धालु भगवान केदारनाथ के दर्शनों के साथ ही भैरवनाथ मंदिर भी पहुंच रहे हैं और बाबा भैरवनाथ का आशीर्वाद ले रहे हैं। बाबा भैरवनाथ के दर्शन बगैर केदारनाथ की यात्रा अधूरी मानी जाती है।