देहरादून: पर्यटन उत्तराखंड की आर्थिकी की रीढ़ है, लेकिन आर्थिकी को मजबूत करने की कीमत हमारे पहाड़ों को किस तरह चुकानी पड़ रही है ये देखना हो तो मसूरी या चारधाम यात्रा पर चले जाइए। जिधर देखो उधर प्लास्टिक के पहाड़ नजर आते हैं।
Video of Neelesh Misra in Mussoorie
सेल्फी और रील्स के शौकीनों को ये सब नहीं दिखता, लेकिन जो लोग पहाड़ में रहते हैं, उनके दिल पर ये सब देखकर क्या गुजरती होगी, इसे शब्दों में नहीं बताया जा सकता। मशहूर लेखक, पत्रकार और बॉलीवुड गीतकार नीलेश मिश्रा ने अपने एक वीडियो के जरिए पहाड़ की एक ऐसी ही कड़ुवी सच्चाई दिखाई है। यादों का इडियट बॉक्स विद नीलेश मिश्रा के लिए मशहूर लेखक ने मसूरी से एक वीडियो साझा किया है। जिसमें वो प्लास्टिक-कूड़े से पटी नदी दिखा रहे हैं। आगे देखिए वीडियो
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नीलेश के इस वीडियो में मसूरी की वो हकीकत दिखती है, जो सेल्फी में नजर नहीं आती। नीलेश बताते हैं कि भले ही टूरिज्म से आर्थिकी मजबूत होती हो, लेकिन कई बार पर्यटकों को पसंद नहीं किया जाता, वजह है उनका गैर जिम्मेदार रवैया। ये लोग कहीं भी कचरा फेंक देते हैं। इसी वजह से विदेशों में भी कई जगह इंडिया के पर्यटकों का नाम खराब है। ऐसा न करें। जिस जगह जा रहे हों, उस जगह की पवित्रता और महत्व का ध्यान रखें। राज्य समीक्षा के माध्यम से हम भी आपसे पर्यटक स्थलों को साफ रखने की अपील करना चाहते हैं। उत्तराखंड घूमने जरूर आएं, लेकिन प्रकृति का सम्मान करें। जगह-जगह कूड़ा न फैलाएं।