उत्तराखंड uttarakhand board result update

उत्तराखंड: बेटी ने किसान पिता का सिर गर्व से ऊंचा किया...बोर्ड में बनी टॉपर

सफलता की ये कहानियां आपको प्रेरणा जरूर देंगी, और सीखाएंगी कि जीवन में कुछ भी असंभव नहीं...

उत्तराखंड: uttarakhand board result update
Image: uttarakhand board result update (Source: Social Media)

: हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाले सफल छात्रों की ऐसी-ऐसी कहानियां सुनने को मिल रही हैं कि आंखे भर आती हैं...साथ ही मन में विश्वास भी पैदा होता है कि मेहनत की जाए तो असंभव कुछ भी नहीं। ऐसी ही कहानी है हरिद्वार के भगवानपुर की रहने वाली होनहार बिटिया साक्षी सैनी की, साक्षी ने उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा इंटरमीडिएट में 91.8 प्रतिशत अंक हासिल किए, वो प्रदेश की मेरिट में 24वें स्थान पर रही हैं। साक्षी सैनी बहबलपुर गांव में रहती हैं। उनके पिता राकेश सैनी साधारण किसान हैं। किसी तरह खेती कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं, पर बेटी की पढ़ाई हमेशा उनकी प्राथमिकता रही। बेटी ने भी पिता के संघर्ष को समझा और खूब लगन से पढ़ाई की। ये मेहनत का ही नतीजा है कि साक्षी ने इंटर में 91.8 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। इस वक्त साक्षी और उसके परिवारवालों को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। वो इंटर कॉलेज बहबलपुर में पढ़ती हैं। साक्षी जितनी होनहार हैं, उतनी ही समझदार भी…आगे पढ़िए

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वो कहती हैं कि मैं बड़ी होकर शिक्षिका बनना चाहती हैं। बच्चों को पढ़ाना चाहती हूं ताकि देश और समाज के विकास में अपना योगदान दे सकूं। मैं ऐसे बच्चों को पढ़ना चाहती हूं जो किसी वजह से पढ़ नहीं पा रहे हैं। साक्षी के पिता राकेश सैनी और माता लता भी बेटी की इस सफलता से गदगद हैं। भगवानपुर के ही रहने वाले गौतम सैनी और उत्तरा सैनी ने भी हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में टॉप किया है। हसनपुर मदनपुर गांव में रहने वाले गौतम सैनी और डाडा जलालपुर गांव की निवासी उत्तरा सैनी ने हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में 22वीं रैंक हासिल की। गौतम सैनी ने बिना ट्यूशन के सेल्फ स्टडी कर हाईस्कूल टॉप किया है, वो 500 में से 469 अंक लाने में सफल रहे। उनके पिता सतीश कुमार सैनी भी खेती करते हैं। वहीं टॉपर उत्तरा सैनी भी बिना ट्यूशन के बोर्ड परीक्षा में टॉप करने में सफल रही हैं। उत्तरा ने भी कोचिंग नहीं की थी, कमाल की बात है कि उनके पिता भी किसान हैं। इन तीनों की सफलता कभी हार ना मानने की सीख देती है। ऐसे बच्चों को सलाम करने का दिल करता है, जिन्होंने अभाव-गरीबी को अपनी मेहनत पर हावी नहीं होने दिया, हर चुनौती पर जीत हासिल की। राज्य समीक्षा की तरफ से इन्हें ढेरों बधाई..