देहरादून: देहरादून के सीएमआई अस्पताल और ऋषिकेश के तिरुपति ट्रेडर्स और चकराता रोड स्थित क्रेशर व्यवसायी विकास अग्रवाल के ठिकाने पर लोगों की निगाहें टिकी रही। दरअसल इन दोनों जगहों में आयकर विभाग और सीबीआई की छापेमारी से हड़कंप की स्थिति बनी हुई थी। सबसे पहले बात करते हैं कि आयकर विबाग की छापेमारी की। दैहरादून और ऋषिकेश में आयकर विभाग द्वारा छापेमारी की गई। देहरादून के सीएमआई अस्पताल जबकि ऋषिकेश के तिरुपति ट्रेडर्स में आयकर विभाग द्वारा छापेमारी की कार्रवाई की गई। बताया जा रहा है कि विभाग ने करीब दो हफ्ते पहले ही इस बात के संकेत दे दिए थे। प्रधान आयकर आयुक्त सुमति श्रीवास्तव के निर्देशन में दो टीम गठित की गईं। एक टीम को ज्वाइंट कमिश्नर भोपाल सिंह के अंडर में सीएमआई अस्पताल भेजा गया, जबकि दूसरी टीम को ऋषिकेश में तिरुपति ट्रेडर्स के यहां भेजा गया। सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। आगे आपको बताते हैं सीबीआई की छापेमारी के बारे में...पढ़िए
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देहरादून के चकराता रोड स्थित आशीर्वाद एनक्लेव में सीबीआई की टीम ने छापेमारी की। बताया जा रहा है कि खनन और क्रेशर व्यवसायी विकास अग्रवाल के घर में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। बताया जा रहा है कि विकास अग्रवाल के तार उत्तर प्रदेश के सहारनपुर खनन व्यापारियों के साथ जुड़े हैं। इस दौरान जांच पड़ताल के लिए टीम द्वारा कई अहम दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक यूपी के सहारनपुर जिले में खनन पट्टों के आवंटन में भारी गड़बड़ियों सामने आई थी। इसके बाद दिल्ली से आई सीबीआई टीम ने सहारनपुर, देहरादून और लखनऊ समेत करीब 11 ठिकानों में छापेमारी की। सहारनपुर के पूर्व BSP एमएलसी और खनन माफिया हाजी इकबाल के घर भी छापेमारी की गई। इस फर्जीवाड़े में 12 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा भी दर्ज है।