उत्तराखंड नैनीताल5 kg tumor removed from women stomach after surgery

पहाड़ में दर्द से तड़पती महिला के लिए देवदूत बने डॉक्टर, पेट ने निकाला 5 किलो का ट्यूमर

पेट दर्द से तड़पती गवली देवी के पेट में 5 किलो का ट्यूमर था, समय रहते ऑपरेशन ना होता तो महिला की जान चली जाती....

Nainital: 5 kg tumor removed from women stomach after surgery
Image: 5 kg tumor removed from women stomach after surgery (Source: Social Media)

नैनीताल: नैनीताल में पेट दर्द से पीड़ित महिला को डॉक्टरों ने जीवनदान दिया। डॉक्टरों ने महिला के पेट से 5 किलो का ट्यूमर निकाला है। महिला की बच्चेदानी में ट्यूमर था, उसकी हालत काफी गंभीर थी, समय रहते ऑपरेशन ना होता तो महिला की जान पर बन आती। ऑपरेशन के बाद महिला की हालत सामान्य है, उसकी सेहत में सुधार हो रहा है। मामला नैनीताल के बीडी पांडेय अस्पताल का है, जहां 5 दिन पहले एक महिला पेट दर्द की शिकायत लेकर आई थी। महिला का नाम गवली देवी है, वो अल्मोड़ा की रहने वाली है। गवली देवी को लंबे वक्त से पेट में दर्द की शिकायत थी, कई जगह जांच कराई, पर बीमारी पकड़ में नहीं आई। हर जगह से निराश हो गवली देवी बीडी पांडेय अस्पताल पहुंची, जहां उसने डॉक्टर्स से पेट में दर्द रहने की शिकायत की। गवली देवी को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। जांच करने पर पता चला की गवली देवी को कोई सामान्य पेट दर्द नहीं है, उसकी बच्चेदानी में ट्यूमर है, महिला की जान बचाने के लिए उसका ऑपरेशन किया जाना जरूरी था। ऑपरेशन में रिस्क था, पर डॉक्टर्स ने सफल ऑपरेशन कर ट्यूमर को सफलतापूर्वक शरीर से अलग कर दिया।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: भीषण सड़क हादसे का शिकार हुए पद्मश्री अनूप साह, ट्रक ने मारी टक्कर
डॉ. एसके धामी ने बताया कि जिस वक्त महिला को अस्पताल लाया गया था, उसकी हालत गंभीर थी। शरीर में सिर्फ 6 से 7 ग्राम खून बचा था। खून की कमी को देखते हुए डॉक्टरों ने पहले महिला को खून चढ़ाया, उसके बाद महिला का ऑपरेशन किया गया, जो कि सफल रहा। मरीज की हालत अब सामान्य है। 40 साल की उम्र पार कर चुकी महिलाओं को अपना नियमित चेकअप कराते रहना चाहिए, ताकि गंभीर बीमारियों का समय रहते पता चल सके और उसका इलाज कराया जा सके। अच्छी बात ये है कि अब गंभीर बीमारियों का इलाज उत्तराखंड में संभव है। स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल सही, पर फिर भी जिले के डॉक्टर्स मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की कोशिश में जुटे हैं।