देहरादून: युवाओं में नशे की लत बढ़ती जा रही है। राजधानी देहरादून भी इससे अछूती नहीं है। शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले युवा नशे की गिरफ्त में हैं। इन युवाओं को नशे की लत से निजात दिलाने के लिए देहरादून के जिला हॉस्पिटल में नशा मुक्ति वॉर्ड बनेगा। जिला समाज कल्याण की मदद से दून चिकित्सालय में नशा मुक्ति वॉर्ड बनाया जाएगा। जिसके लिए विभाग की तरफ से मुख्य चिकित्साधिकारी को 5 लाख रुपये की राशि दी जाएगी। इस वॉर्ड में नशीले पदार्थों का सेवन करने वाले व्यक्ति के समुचित इलाज के लिए इंतजाम किए जाएंगे। ये जानकारी जिला समाज कल्याण अधिकारी हेमलता पांडे ने एक कार्यक्रम में दी। दून यूनिवर्सिटी के सभागार में मादक पदार्थ एवं नशीली दवाओं के सेवन से बचाव के लिए एक कार्यशाला का आयोजन हुआ।
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कार्यशाला में ऐसे युवाओं को भी बुलाया गया था, जो ड्रग्स छोड़ चुके हैं। इन युवाओं ने अपने जीवन के बुरे अनुभव लोगों से साझा किए। उन्हें बताया कि नशे के चलते उन्हें किस तरह की सामाजिक-मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिला समाज कल्याण अधिकारी हेमलता पांडे ने बताया कि नशे के खिलाफ स्कूल-कॉलेजों में जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं। जिसके लिए सरकार की तरफ से 25 लाख रुपये की धनराशि मिली है। इस बजट से राजकीय और निजी संस्थानों में नशे के खिलाफ कार्यशाला का आयोजन हो रहा है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में टास्क फोर्स का गठन भी किया जाएगा। जो कि जिले में चल रहे नशा मुक्ति केंद्रों की जांच करेगी और जरूरी दिशा-निर्देश देगी। भविष्य में इन केंद्रों के लिए प्रशिक्षणार्थियों को चरणबद्ध रूप से प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिले में नशे के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।