उत्तराखंड पौड़ी गढ़वालGenOBC reservation Conflict between employees in Pauri Garhwal

पौड़ी गढ़वाल: दफ्तर में काम कर रहे कर्मचारी को साथियों ने लगाई कंडाली, वजह भी जानिये

पौड़ी में कंडाली की झपाक खाए कर्मचारी पर बुरी बीत रही है। कार्य बहिष्कार के दौरान ये कर्मचारी दफ्तर में काम कर रहा था, इससे नाराज दूसरे कर्मचारियों ने अपने साथी पर कंडाली लगा दी, उसे काम रोकने को कहा...पढ़ें पूरी खबर

reservation in promotion uttarakhand: GenOBC reservation Conflict between employees in Pauri Garhwal
Image: GenOBC reservation Conflict between employees in Pauri Garhwal (Source: Social Media)

पौड़ी गढ़वाल: कंडाली...अगर आप पहाड़ में पले-बढ़े हैं तो कभी ना कभी कंडाली की झपाक जरूर खाई होगी। पहाड़ में बच्चों को माता-पिता की डांट से नहीं, कंडाली की झपाक से ही डर लगता है। आज कंडाली का साग बड़े चाव से खाया जाता है, लेकिन कंडाली की मार जिसने खाई हो वो इसके अहसास को जिंदगी भर नहीं भूल सकता। ऐसा ही अहसास पौड़ी के एक कर्मचारी को भी हो रहा है। पूरा मामला क्या है, चलिए जानते हैं। दरअसल जनरल ओबीसी कर्मचारी इन दिनों कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। कर्मचारियों की मांग है कि प्रमोशन में आरक्षण को खत्म किया जाए। सारे कर्मचारी काम छोड़कर बैठे हैं। शुक्रवार की रात कर्मचारियों को पता चला कि विकास भवन में एक कर्मचारी काम कर रहा है, बस फिर क्या था। सभी साथी कर्मचारी उसे सबक सिखाने के लिए दफ्तर पहुंच गए।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - यस बैंक में फंसा उत्तराखंड ग्रामीण बैंक का चार करोड़ का चेक, दूसरे बैंकों की भी हालत खराब
उन्होंने काम कर रहे कर्मचारी को कंडाली की झाड़ लगाई और चेतावनी देकर छोड़ दिया। क्षेत्र में हुई इस घटना का जिक्र लोग चटखारे ले-लेकर कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जनरल ओबीसी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सोहन रावत और महासचिव संजय नेगी शुक्रवार को विकास भवन पहुंचे थे। जहां उन्हें एक कर्मचारी काम करता दिखा। पदाधिकारियों ने कर्मचारी की इस हरकत पर उसे कंडाली लगाकर छोड़ दिया। आपको बता दें कि जनरल ओबीसी कर्मचारी संघ के पदाधिकारी पदोन्नति में आरक्षण खत्म करने की मांग कर रहे हैं। जगह-जगह कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी है। सरकारी दफ्तरों में सन्नाटा पसरा है। ना तो ट्रेजरी में बिल जमा हो पा रहे हैं और ना ही बिजली विभाग में काम हो रहा है। सभी सरकारी विभागों में कर्मचारियों के कार्य बहिष्कर का असर दिखने लगा है। कर्मचारियों ने कहा कि योग्यता को दरकिनार कर प्रमोशन में आरक्षण लागू करना कर्मचारियों के साथ अन्याय है। जब तक पदोन्नति में आरक्षण का फैसला वापस नहीं लिया जाता, कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा।