उत्तराखंड देहरादूनLiquor shops may be closed in Uttarakhand

उत्तराखंड में शराब के शौकीनों को झटका..2 दिन बाद बंद हो सकती हैं शराब की दुकानें

राज्य सरकार ने शराब कारोबारियों का 10 दिन का अधिभार माफ कर दिया है, लेकिन शराब कारोबारी अब भी खुश नहीं हैं। नाराज शराब कारोबारियों ने 25 मई से हड़ताल की चेतावनी दी है, आगे जानिए इसकी वजह...

Uttarakhand Liquor Shops: Liquor shops may be closed in Uttarakhand
Image: Liquor shops may be closed in Uttarakhand (Source: Social Media)

देहरादून: शराब के शौकीनों के लिए एक बुरी खबर है। उत्तराखंड में जल्द ही शराब की दुकानें बंद हो सकती हैं। ऐसा हुआ तो 25 मई के बाद शराब मिलनी बंद हो जाएगी। शराब ठेकेदारों ने 25 मई से शराब के ठेके बंद करने की चेतावनी दी है। शराब ठेकेदार ऐसा क्यों करने जा रहे हैं, ये भी बताते हैं। दरअसल शराब ठेकेदार राज्य सरकार की नीतियों से खुश नहीं हैं। लॉकडाउन के चलते इन्हें वैसे ही काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इन्हें उम्मीद थी कि गुरुवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में इन्हें राहत देने के लिए बड़ा ऐलान किया जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। कैबिनेट बैठक में ठेकेदारों के हक में फैसले नहीं लिए जाने से नाराज ठेकेदारों ने अब दुकानें बंद करने का निर्णय लिया है। ठेकेदार मार्च महीने के 9 दिनों का अधिभार माफ करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा कोरोना टैक्स हटाने और साल 2019-2020 की मार्च में छोड़ी गई दुकानों के अवशेष स्टॉक को अनुज्ञापी द्वारा अपनी दूसरी दुकान में शिफ्ट किए जाने की अनुमति देने की मांग कर रहे हैं। शराब कारोबारियों ने अपनी कई मांगें आबकारी आयुक्त के सामने रखी थी।

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अब कारोबारी कह रहे हैं कि सरकार ने अधिभार के अलावा उनकी किसी मांग पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा वो 25 मई से दुकानें नहीं खोलेंगे। वैसे आपको बता दें कि गुरुवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में राज्य सरकार ने शराब कारोबारियों को कई तरह की राहत दी है। राज्य सरकार ने पिछले वित्तीय वर्ष में 20 मार्च से 31 मार्च तक 10 दिनों तक लॉकडाउन के कारण बंद रही दुकानों का 34 करोड़ रुपये का अधिभार माफ कर दिया है। चालू वित्तीय वर्ष में 1 अप्रैल से शराब की दुकानें आवंटित हुईं, लेकिन क्योंकि इनका संचालन नहीं हो सका। ऐसी ऐसी 504 दुकानों से 195 करोड़ रुपये का अधिभार नहीं लिए जाने का फैसला भी राज्य सरकार ने लिया है। इसके अलावा जो 155 दुकानें आवंटित नहीं हुई हैं, उन्हें भी लॉटरी के माध्यम से आवंटित किया जाएगा और ठेका संचालक को छूट भी दी जाएगी। इतना कुछ होने के बाद भी शराब कारोबारियों की नाराजगी खत्म नहीं हो रही। उन्होंने सरकार से दूसरी मांगों पर भी ध्यान देने को कहा है। ऐसा ना करने पर 25 मई से शराब की दुकानों पर ताला लटकाने की चेतावनी भी दी है।