पिथौरागढ़: उत्तराखंड में जंगली जानवर आतंक का सबब बने हुए हैं। गुलदार, भालू और हाथियों से लोग पहले ही दहशत में थे पर अब जंगली सुअर भी आबादी वाले क्षेत्रों में घुसकर लोगों पर हमला करने लगे हैं। जंगली जानवरों के डर से लोग शाम होने से पहले ही घरों में कैद हो जाते हैं। जंगली सूअर खेतों में खड़ी फसल तबाह कर देते हैं, जिस वजह से ग्रामीणों ने खेती करना तक छोड़ दिया है। जंगली सूअर के हमले की ताजा घटना पिथौरागढ़ में हुई। जहां जंगली सुअर ने एक ग्रामीण पर हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया। खून से लत पथ ग्रामीण ने किसी तरह मौके से भागकर अपनी जान बचाई। घायल शख्स को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों ने वन विभाग से पीड़ित को मुआवजा दिलाने की मांग की। चलिए अब घटना विस्तार से जानते हैं। नाचनी के भैंसखाल गांव में 51 साल के बच्चन सिंह अपने परिवार के साथ रहते हैं। रविवार रात वो लघुशंका के लिए घर से बाहर आए थे। आगे पढ़िए
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तभी जंगली सुअर ने बच्चन सिंह पर हमला कर दिया। जंगली सुअर ने बच्चन सिंह के सिर पर दांत गड़ा दिए। बच्चन सिंह ने खुद को छुड़ाने की बहुत कोशिश की, लेकिन हर कोशिश नाकामयाब साबित हुई। जंगली सुअर बच्चन सिंह पर वार करता रहा। बाद में सुअर की पकड़ ढीली पड़ी तो बच्चन सिंह वहां से जान बचाकर भागे। इस तरह बच्चन सिंह की जान बच गई, लेकिन उनकी हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। उनके सिर में चार जगह पर घाव हो गए हैं। सोमवार को ग्रामीण गंभीर रूप से घायल बच्चन सिंह को तेजम अस्पताल लाए। जहां उनका इलाज जारी है। बच्चन सिंह के परिवार की माली हालत बेहद खराब है। उनका परिवार बीपीएल श्रेणी में आता है। बच्चन सिंह खेतीबाड़ी करते हैं, ताकि अपने परिवार का पेट पाल सकें। अब मुखिया के सूअर के हमले में घायल हो जाने की वजह से परिवार के सामने आजीविका का संकट पैदा हो गया है। ग्रामीणों से वन विभाग से बच्चन सिंह को तत्काल मुआवजा देने की मांग की। वहीं वन बीट अधिकारी रमेश लोधियाल ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि घायल को मानकों के तहत जल्द ही मुआवजा राशि दी जाएगी।