उत्तराखंड रुद्रप्रयागGuidelines on worship in Uttarakhand Char Dham released

उत्तराखंड: चार धामों में पूजा को लेकर गाइडलाइन जारी, इन नियमों हर हाल में होगा पालन

14 मई को यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का श्रीगणेश हो जाएगा। इसे लेकर चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने एसओपी जारी कर दी है।

Uttarakhand Char Dham Guideline: Guidelines on worship in Uttarakhand Char Dham released
Image: Guidelines on worship in Uttarakhand Char Dham released (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा स्थगित कर दी है। हालांकि तय तिथि पर धामों के कपाट विधिवत रूप से खोले जाएंगे। इस दौरान सिर्फ पुजारियों को ही धाम में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। श्रद्धालु चारधाम की यात्रा पर नहीं जा सकेंगे। 14 मई को अक्षय तृतीया के मौके पर यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे। इसके साथ ही चारधाम यात्रा का श्रीगणेश हो जाएगा। कपाट खुलने की तिथि नजदीक आ रही है। ऐसे में चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने इसे लेकर एसओपी जारी कर दी है। एसओपी के अनुसार कपाट खुलने पर धाम में पूजा सांकेतिक रूप से होती रहेगी। कपाट खुलने के बाद धाम सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ही खुले रहेंगे।

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प्रवेशद्वार पर सैनेटाइजर का इस्तेमाल किया जाएगा। थर्मल स्क्रीनिंग मशीन से जांच भी की जाएगी। जिन लोगों में कोविड के लक्षण नहीं होंगे, सिर्फ उन्हें ही देवस्थान परिसर में एंट्री की अनुमति होगी। एंट्री करने वाले लोगों को फेस कवर यानी मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग करना होगा। परिसर में प्रवेश से पहले जूते-चप्पलों को अपेक्षित जगह पर ही रखना जरूरी होगा। परिसर के अंदर और बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य है। देवस्थानम गर्भगृह में केवल रावल, पुजारी और संबंधित लोगों को ही जाने की अनुमति होगी। लाइन में लगने की स्थिति में लोगों को एक-दूसरे से कम से कम 6 फीट की शारीरिक दूरी रखनी होगी। बैठने वाली जगहों पर भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा। मूर्तियों, घंटियों, प्रतिरूपों और ग्रंथों-पुस्तकों को छूने की अनुमति नहीं होगी। परिसर में प्रसाद बांटने और टीका लगाने की अनुमति नहीं होगी।

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भोग के वितरण के समय सोशल डिस्टेंसिंग नियम का पालन करना होगा। देवस्थान में लगातार सफाई करनी होगी, सैनेटाइजेशन करना होगा। मंदिर के अंदर एक ही मैट, दरी और चादर के इस्तेमाल से पूरी तरह बचना होगा। इसके अलावा कोविड रोकथाम के लिए शासन-प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी दिशा निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। आपको बता दें कि 14 मई को दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। गंगोत्री धाम के कपाट 15 मई सुबह 7 बजकर 31 मिनट पर खुलेंगे। केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई को सुबह पांच बजे खुलेंगे, जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को सुबह 4 बजकर 15 मिनट पर विधिविधान से खोले जाएंगे। चारधाम के कपाट अपने तय समय पर जरूर खुलेंगे, लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा स्थगित कर दी गई है।