उत्तरकाशी: चक्रवाती तूफान ताउते का असर भारत के सभी राज्यों में देखा जा रहा है। उत्तराखंड भी इससे अछूता नहीं है, समस्त उत्तर भारत समेत उत्तराखंड के मौसम में भी ताउते का असर दिखने लगा है। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बारिश का दौर जारी है। मंगलवार को भी कई जिलों में रुक-रुककर बारिश का सिलसिला चलता रहा। मौसम विभाग ने पहले ही 19 और 20 मई को भारी बारिश की संभावना जताई थी। ऐसा ही हो भी रहा है। पहाड़ों पर भारी बारिश के चलते कई जगह बादल फटने के आसार बने हुए हैं। मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ में बादल फटने की संभावना जताई है। ऐसे में इन जिलों में रहने वाले लोग सतर्क रहें। मौसम विभाग ने 9 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। टिहरी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, बागेश्वर, नैनीताल, हरिद्वार जिलों में भी कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इस वक्त राज्य में लगभग सभी इलाकों में रुक-रुक कर बूंदाबांदी हो रही है। मौसम के लिहाज से अगले 24 घंटे मुश्किल भरे रहेंगे। इस दौरान देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
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आकाशीय बिजली गिरने और ओलावृष्टि के आसार हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन, चट्टान गिरने और लिंक मार्गों के अवरुद्ध होने की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। हरिद्वार, देहरादून, ऊधमसिंहनगर जैसे मैदानी क्षेत्रों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। पहाड़ में लगातार जारी बारिश से बरसाती नालों और नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है। ऐसे में लोगों को यात्रा करते वक्त सावधानी बरतनी होगी। मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनी के मद्देनजर शासन ने आपदा से जुड़े सभी विभागाध्यक्षों को संबंधित सेवाओं को चुस्त-दुरुस्त करने के निर्देश जारी किए हैं। देहरादून में भी डीएम ने अधिकारियों को आपदा से जुड़ी हर जानकारी तत्काल जिला आपदा केंद्र को मुहैया कराने को कहा। उन्होंने संबंधित विभागाध्यक्षों को सभी तैयारियां पूरी करने की हिदायत दी है।